सुखेलक छंद :  SUKHELAK CHHAND

सुखेलक छंद विधान :- 
नगण,जगण,भगण,जगण,रगण, 7/8= 15 वर्ण


जग  सब भूल के,अब  बुलाय राधिका
सुध बुध खो बनी,सजन देख साधिका
दरस  करा   मुझे,अब  सुजान  साँवरे
हृदय  जला   रही,जगत  मोह  छाँव रे
Utkarsh Kavitawali
Sukhelak Chhnd Ka Vidhan Or Udaharan