गजल : हाल जैसे रहें,मुस्कराते रहो  Gazal : Haal Jaise Rahe Muskrate Raho  212-212-212-212[फाइलुन×4]  ---------------------------------------- हाल   जैसे      रहें,   मुस्कराते     रहो अश्क   हैं    कीमती, मत  गिराते  रहो --------------------------------… Read more »