बन  आज़ाद  परिंदा  आज उड़ना चाह रहा है मेरा मन बन  आज़ाद  परिंदा   आज उड़ना चाह रहा है मेरा मन उडूं  वहां तक,  जहाँ  तलाक हो,  कल्पनाओ का गगन बन  आज़ाद  परिंदा   आज उड़ना चाह रहा है मेरा मन बंद  आँखों  से  देखे बहुत,  देखे नींदों में सुन्दर स्वप्न खुली आँखों स… Read more »