मिट्टी वाले दीये  जलाना, जो   चाहो  दीवाली  हो, उजला - उजला पर्व मने, कही रात  न  काली  हो, मिटटी वाले................. जब से चला  चायना वाला, कुछ की किस्मत फूट गयी विपदा आई  एक अनोखी रीत  हिन्द   की   टूट  गयी, भूल न जाना रीत हिन्द की सबके  मुख  पर  लाली हो… Read more »