बहुत     हुआ   मोदीजी   लेकिन,अब  बातों में सार नही ।
खामोशी    को     साधे    रहना,वीरों    का    श्रृंगार नही ।
मारो   इनको    या   दुत्कारो,ये    लातों    के   भूत    रहे ।
बहुत कर लिया अब तक लेकिन,अब कुत्तों से प्यार नही ।