मदिरा सवैया [madira Saviaya]

स्नान करें मिल साथ सभी,जल निर्मल ये  तटनी तट है
बाँट  ख़ुशी   खुशहाल   रहे,सब  व्यर्थ  बड़ा यह झंझट है
वक्त रहा कब  कौन  सगा,तब वक्त मिला यह उद्भट है
जीवन  है   जितना  सबका,रह साथ जिये उनको  रट है
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Utkarsh Chhandawali
Madira Savaiya