महाशिव रात्रि आई,सब शिवालय सजे है,

कालो के  काल,महाकाल कैलाश चढे है,

घूँट लो भंगिया,बाबा नांदिया,कहने लगे है

इस पावन पर्व के रस में सब बहने लगे है,

महाशिवरात्रि के पर्व की अग्रिम शुभकामनाये

           नवीन श्रोत्रिय “उत्कर्ष”