नेता का नहि धर्म है,नहि   कोई  ईमान
घोटालो के  संग  ये,करें झूठ का पान ।।
  
फ़िल्मी  परदों   पर  बसे,बनकर सिध्द महान
बना  वीडियो ट्वीट कर,बांटे  अगणित  ज्ञान ।।
    
बात कहूँ में लाख की,अब तो खुल  के बोल
धीरे - धीरे खोल फिर,इन  सबकी  तू  पोल ।।

लिक्खो चाहे नैकसो,राखो शिल्प प्रगाढ़ |
तुकबंदी में का लिखो,व्यर्थ लेख की बाढ़ ||

चहुँ दिशि करते मात की,पूजा सब नर-नार
कृपा करो,हे ! मात अब,पूजा कर स्वीकार ।।