चौपाइयां [chaupaiyan] छंद   चौपाइयां छंद विधान   चार     पंक्तियाँ  क्रमशः   समतुकांत 10 - 8 - 12 पर  यति कुल 30 मात्रायें रची   सृष्टि  सारी, केवल   नारी,ये   जग  की आधारा हो   रातें    काली, करे   दिवाली, यही   भोर  का  तारा संकट  जब  आया, … Read more »