कनक मंजरी छन्द    कनक-मंजरी छन्द विधान :  यह वार्णिक छन्द है।  गुरु का अर्थ गुरु, लघु का अर्थ लघु [ चार लघु + ६ भगण (२११)+ १ गुरु ] = २३ वर्ण , चार  चरण, सभी समतुकान्त [ मापनी  ११११,२११,२११,२११, २११,२११,२११,२ ] उदाहरण :   अभी उपलब्ध नहीं  .......... … Read more »